( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। उत्तराखण्ड में आगामी विधानसभा चुनाव नजदीक सभी राजनैतिक पार्टिया जहां चुनावी विसात विछाने में लग गई वही सत्तारूढ़ भाजपा कही पीछे नहीं है। विधानसभा चुनाव की बिसात बिछाने के लिए भाजपा के रणनीतिकार बुधवार को प्रदेश पार्टी कार्यालय में जुटेंगे। इस मौके पर चुनाव प्रबंधन समिति में शामिल विभागों के साथ बैठकों के दौर चलेंगे, जिनमें चुनावी रणनीति पर विचार होगा।
ये नेता भी करेंगे शिरकत
प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के मुताबिक, बैठक में नई दिल्ली से केंद्रीय मंत्री व प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी, सह चुनाव प्रभारी आरपी सिंह, लॉकेट चटर्जी, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम व सह प्रभारी रेखा वर्मा आएंगे। बैठकों के साथ ही चुनाव प्रभारी अलग-अलग स्थानों पर पार्टी के विभिन्न सम्मेलनों और बैठकों में शिरकत करेंगे।
लेकिन इससे पहले पार्टी कार्यालयों में चुनाव प्रबंधन समिति के साथ बैठकों के दौर चलेंगे। इसमें स्टार प्रचारकों के दौरे, उनकी चुनावी जनसभाएं, जनसभाओं के आयोजन, प्रबंधन, मीडिया की सभी माध्यमों में प्रचार की रणनीति, घोषणा पत्र की तैयारी आदि से जुड़े विभागों के सदस्य प्रदेश चुनाव प्रभारी के सामने अपना प्रस्तुतिकरण देंगे।
जिताऊ प्रत्याशियों की खोज में भाजपा
कांग्रेस के साथ ही भाजपा भी 70 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों की खोज शुरू करने जा रही है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के मुताबिक, पार्टी जल्द स्क्रीनिंग कमेटी बनाएगी। प्रदेश से भी टीमों को प्रत्याशियों के बारे में जानकारी लेने के लिए जिलों और विधानसभाओं में भेजा जाएगा।
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव भाजपा ने 70 में से 57 सीटें जीतीं। 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी का पूरा फोकस जिताऊ उम्मीदवारों पर है। सत्तारोधी रुझान से बचाव के लिए पार्टी 57 विधायकों में से भी कइयों के टिकट काटने पर गंभीरता से विचार कर सकती है। इसकी वजह सर्वे के नतीजे बताए जा रहे हैं, जो भाजपा के केंद्रीय संगठन के स्तर पर सिलेसिलेवार कराए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी दो दर्जन से ज्यादा सीटों पर नए चेहरों को मौका दे सकती है। पार्टी पर युवाओं और महिलाओं को उम्मीदवार बनाए जाने का भी दबाव है। जिताऊ, युवा या महिला के संयोजन को ध्यान में रखकर पार्टी प्रत्याशी तलाश रही है।
जल्द बन सकती है स्क्रीनिंग कमेटी
माना जा रहा है कि चुनाव प्रबंधन समिति की बैठकों के दौरान पार्टी स्क्रीनिंग कमेटी के गठन पर विचार कर सकती है। प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने भी इसके संकेत दिए हैं। भाजपा में कुछ विधायक उम्रदराज हैं और आयु के मानक के हिसाब से टिकट के दूसरे दावेदार यह मानकर चल रहे हैं कि पार्टी नए चेहरे पर दांव लगाएगी। लेकिन सूत्रों का कहना है कि यदि लगेगा कि उम्रदराज विधायक जिताऊ हैं, तो पार्टी उनका टिकट काटने का जोखिम नहीं लेगी।