*योजनाओं के क्रियान्वयन में मजबूत इच्छाशक्ति के साथ प्रदेश हित का रखा जाये ध्यान। *सेब एवं कीवी उत्पादक क्षेत्रों का हो चिन्हीकरण, किसानों की समस्याओं का हो समाधान। * विशेषज्ञों के साथ विभागीय टीम का गठन कर जमीनी जरूरतों की हो पहचान। * विभागीय अधिकारी बैठकों को कोरम पूरा करने का माध्यम नहीं बल्कि उसका […]