( ज्ञान प्रकाश पाण्डेय )
देहरादून उत्तराखण्ड की जेलों बंद अपराधियों पर नज़र रखने के लिए अब प्रत्येक जेलों में सीसीटीवी कमरे लगाए जायेंगे साथ ही जेलकर्मियों को बॉडी वार्न कमरे भी दिए जायेंगे। जिससे की उत्तराखण्ड जेलों में बन्द अपराधियों पर नज़र रखी जा सके। ऐसा इसलिए क्योंकि राज्य की जेलों से लगातार शिकायतें आती हैं कि बदमाश जेलों से भी अपना नेटवर्क चला रहे हैं और मोबाइल के ज़रिए जेलों से भी धमकाकर फिरौती वसूल रहे हैं। ज़ाहिर तौर पर यह काम जेलकर्मियों की मिलीभगत से होता है क्योंकि कैदी जेलों में मोबाइल नहीं रख सकते। इस पर रोक लगाने के लिए जेल प्रशासन फ़ैसला किया है कि राज्य की सभी जेलों को सीसीटीवी कैमरों से लैस किया जा रहा है।
उत्तराखंड के आईजी जेल एपी अंशुमान ने News 1 Hindustan से बातचीत में बताया कि इन सब व्यवस्थाओं के लिए जेल विभाग ने तीन करोड़ रुपये का बजट मुहैया कराया है। जल्द ही दोनों तरह के अत्याधुनिक उपकरणों को लगाने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य की 5 जेलों में सुरक्षा को बढ़ाने के लिए 50 से अधिक बॉडी वॉर्न कैमरों की व्यवस्था की जा रही है।
दरअसल हरिद्वार, रुड़की, ऊधम सिंह नगर, देहरादून, नैनीताल जैसी बड़ी जेलों से समय-समय पर जेलकर्मियों की मिलीभगत के चलते अपराधियों के गिरोहों के संचालन की ख़बरें सामने आती रहती हैं। बता दें कि राज्य की 11 जेलों में आज भी कई कुख्यात अपराधी हैं जो अपना नेटवर्क चलते हैं। आईजी जेल एपी अंशुमान की माने तो उत्तराखंड की कुछ जेलों से अपराधिक गतिविधियां व अन्य तरह के गंभीर मामले सामने आना बेहद चिंता का विषय है। हालांकि जेल में कार्यरत सिपाही और अन्य कर्मचारी पूरी तत्परता के साथ अपनी ड्यूटी निभाए तो किसी तरह की घटना होना संभव नहीं है। इसी तरह की गंभीर खामियों को देखते हुए सभी जेलों को सीसीटीवी और बॉडी वॉर्न कैमरा से लैस किया जा रहा हैं।
सीसीटीवी रिकॉर्डिंग से न सिर्फ़ कैदियों बल्कि जेल परिसर में कार्यरत सभी कर्मचारियों की गतिविधि की भी पड़ताल की जा सकेगी। राज्य की सभी जेलों में सीसीटीवी कैमरे लगने और जेलकर्मियों के बॉडी वॉर्न कैमरा से लैस होने के बाद समय-समय पर जेल अधिकारी इनकी रिकॉर्डिंग्स की समीक्षा करेंगे। जेलों में तैनात सुरक्षाकर्मियों को दिए जाने वाले बॉडी वॉर्न कैमरों की रिकॉर्डिंग्स की समीक्षा आईजी जेल खुद करेंगे। वह कहते हैं कि किसी स्तर पर कोई भी कोताही और मिलीभगत सामने आई तो तत्काल आरोपित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।