( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना की तीसरी लहर का असर देश में भले ही हल्का रहा हो लेकिन इसका असर यावै यात्राओं पर जरूर दिखा। यही वजह है कि जनवरी 2021 की तुलना में जनवरी 2022 में लोगों ने हवाई यात्रा कम हुई है। एक्सपर्ट मानते हैं कि जनवरी में कोरोना की तीसरी लहर पीक पर थी, इस वजह से लोगों कुछ समय के लिए अपनी यात्रा रोक दी होगी। डीजीसीए की रिपोर्ट (DGCA report) के अनुसार करीब 17 फीसदी पैसेंजरों ने हवाई सफर कम किया है।
डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन की रिपोर्ट के अनुसार पिछले वर्ष जनवरी की तुलना में इस वर्ष जनवरी में हवाई यात्रियों की संख्या घटी है। जनवरी 2021 में जहां 77.34 लाख यात्रियों से हवाई सफर किया था, वहीं इस वर्ष जनवरी में 64.04 लाख लोगों ने हवाई सफर किया है। रिपोर्ट अनुसार -17.14 फीसदी की ग्रोथ हुई है।
हालांकि इससे पूर्व पैसेंजरों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ है। इसी को देखते हुए संभावना जताई जा रही है कि एविएशन सेक्टर में अगले दो माह में कोरोना से पूर्व जितने पैसेंजरों की संख्या पहुंच जाएगी। वहीं, जनवरी माह में पैसेंजरों की संख्या कम होने की वजह कोरोना की तीसरी लहर मानी जा रही है। एयरपोर्ट अथॉरिटी के पूर्व चेयरमैन और एविएशन एक्सपर्ट वीपी अग्रवाल ने बताया कि जनवरी में कोरोना के मामले पूरे देश में अचानक बढ़ गए थे। इस वजह से लोगों ने कम हवाई यात्रा की होगी। जनवरी 2021 की तुलना 2022 में कम पैसेंजर निकलने की वजह यही हो सकती है।
डीजीसीए की रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष जनवरी में सबसे अधिक 73 फीसदी पैसेंजर लोड स्पाइसजेट के विमानों में रहा, जबकि पिछले वर्ष जनवरी में 83 फीसदी रहा था, वहीं इंडिगो में 66 फीसदी पैसेंजर लोड रहा,जबकि पिछले वर्ष 80 फीसदी रहा था। रिपोर्ट के अनुसार जनवरी में कुल कैंसिल हुई फ्लाइट्स में 46 फीसदी मौसम की वजह से कैंसिल हुई हैं। शिकायतों के मामले में नंबर एक पर एयर इंडिया रही, जबकि दूसरे नंबर पर एलाइंस एयर रहा है।