( सुनील तनेज़ा )
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में प्रदुषण का हाल बुरा होता जा रहा है। दीपावली के दौरान प्रदुषण का हाल और भी गंभीर हो जाता है। दिल्ली में आये दिन दीपावली पर पटाखों पर प्रतिबन्ध रहता है और इस बार भी है। फिर भी लोग पटाखे जलाते ही है। दिल्ली-एनसीआर में दिवाली के मौके पर घरों में पटाखे जलाने का प्रतिशत 5 साल में सबसे ज्यादा हो सकता है, क्योंकि हर 5 में से 2 परिवारों के इस गतिविधि में शामिल होने की संभावना है। एक सर्वेक्षण में यह जानकारी दी गई है।
लोकल सर्किल की ओर से किए गए सर्वेक्षण के अनुसार, लगभग 10 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वह दिल्ली में दुकानों से पहले ही पटाखे खरीद चुके हैं। 20 प्रतिशत ने कहा कि उन्होंने एनसीआर के अन्य शहरों से पटाखे खरीदे हैं, यह दर्शाता है कि ऐसी वस्तुओं की बिक्री पर प्रतिबंध नहीं है। यह स्थिति चिंताजनक है। अगर आप पटाखों से होने वाले प्रदूषण को हल्के में ले रहे हैं तो गलत हैं। हम आपको बताते हैं कि कौन सा पटाखा कितना प्रदूषण फैलाता है।
सांप की गोली
सांप की एक गोली जलाने से 64,500 माइक्रोग्राम/क्यूबिक मीटर पार्टिकल्स बाहर निकलते हैं, जो कि 2932 सिगरेट जलाने के बराबर है। मालूम हो कि जब आप एक सिगरेट जलाते हैं तो PM2.5 के 22 माइक्रोग्राम/क्यूबिक मीटर पार्टिकल्स निकलते हैं। ऐसे में सांप की गोली से भी दूरी बनाएं।
1000 बम की लड़ी
1000 बम की लड़ी जलाई जाए तो 38,540 माइक्रोग्राम/क्यूबिक मीटर पार्टिकल्स बाहर निकलते हैं, जो कि 1752 सिगरेट जलाने के बराबर है। इसका मतलब है कि इतनी सारी सिगरेट से निकले PM2.5 के प्रदूषणकारी तत्व के बराबर एक 1000 बम की लड़ी ही है।
हंटर बम
बात हंटर बम की करते हैं। एक हंटर बम जलाने पर 28,950 माइक्रोग्राम/क्यूबिक मीटर पार्टिकल्स निकलते हैं, जो 1316 सिगरेट जलाने के बराबर है। ध्यान रहे कि एक सिगरेट जलाने पर PM2.5 के 22 माइक्रोग्राम/क्यूबिक मीटर पार्टिकल्स निकलते हैं।
फुलझड़ी
फुलझड़ी को बहुत से लोग हल्के में लेते हैं। ऐसा माना जाता है कि इससे प्रदूषण नहीं होता है, लेकिन यह गलत है। बता दें कि एक फुलझड़ी जलाने पर 10,390 माइक्रोग्राम/क्यूबिक मीटर पार्टिकल्स निकलते हैं, जो 472 सिगरेट जलाने के बराबर है।
चकरी
दिवाली पर कई लोग चकरी जलाना पसंद करते हैं। क्या आप जानते हैं कि एक चकरी जलाने पर 9,490 माइक्रोग्राम/क्यूबिक मीटर पार्टिकल्स निकलते हैं, जो कि 431 सिगरेट जलाने के बराबर है। इसकी मतल है कि इतनी सारी सिगरेट से निकले PM2.5 के प्रदूषणकारी तत्व एक चकरी जलाने पर ही निकल जाते हैं।
अनार
बात अनार की भी कर लेते हैं, क्योंकि इसे दिवाली का खूबसूरत पटाखा माना जाता है। मालूम हो कि एक अनार जलाने पर 4,860 माइक्रोग्राम/क्यूबिक मीटर पार्टिकल्स निकलते हैं, जो 221 सिगरेट जलाने के बराबर है। इसलिए हवा को और अधिक प्रदूषित होने से बचाना है तो दिवाली पर पटाखों से दूर ही रहें।