( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। उत्तराखण्ड में सियासी उठापठक अब ख़त्म हो चुकी है। दिल्ली से लौटने के बाद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौप दिया है। इस्तीफा देने से पहले जो घटना क्रम हुए है उससे राजनैतिक विश्लेषको का मानना है कि अगले मुख्यमंत्री धन सिंह रावत हो सकते। कल विधान मण्डल की होने वाली बैठक औपचारिकता बस है।
माना जा रहा है कि विधानमंडल दल की बैठक के दौरान पर्यवेक्षक क रूप में भाजपा के उपाध्यक्ष रमन सिंह भी मौजूद रह सकते है। वही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का कार्यभार पहली बार विधायक बने धन सिंह रावत संभाल सकते हैं। उनके अलावा पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखंड का डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। आपको बता दें कि उत्तराखंड की राजनीति में यह उठापठक पहली बार नहीं हो रही है। उत्तराखंड बनने के बाद सिर्फ एनडी तिवारी को छोड़कर कोई भी मुख्यमंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सका है फिर चाहे वह बीजेपी का हो या फिर कांग्रेस का। धन सिंह रावत श्रीनगर गढ़वाल से पहली बार विधायक बने हैं। वह आरएसएस कैडर हैं और उत्तराखंड बीजेपी में संगठन मंत्री भी रह चुके हैं। धन सिंह का जन्म सात अक्टूबर 1971 को हुआ था। वह जनपद पौड़ी गढ़वाल के मूल निवासी हैं। वह डबल एमए हैं और राजनीति विज्ञान में उन्होंने पीएचडी की हुई है। धन सिंह समाज सेवा के कार्य से जुड़े रहे हैं बाल विवाह, शराब निषेध, राम जन्म भूमि आंदोलन में सक्रिए रहे हैं। इतना नहीं वह उत्तराखंड राज्य आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल रहे थे, जिसके चलते उन्हें दो बार जेल भी जाना पड़ा था। वह छात्र राजनीति के दौरान एबीवीपी के साथ कई काम किए, जिसमें 100 महाविद्यालयों में 10 हजार पौधे लगाने का काम भी शामिल है।
धन सिंह का राजनीतिक कैरियर
– अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में प्रदेश मंत्री,
– एबीवीपी मेंं प्रदेश संगठन मंत्री,
– भाजपा में संगठन मंत्री,
– प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं.
– 18 मार्च 2017 से उत्तराखंड सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), सहकारिता, प्रोटोकॉल एवं दुग्ध विकास विभाग है।
डिप्टी सीएम पद के दावेदार पुष्कर सिंह धामी कौन है
डिप्टी सीएम के लिए जिनके नाम की चर्चा हो रही है पुष्कर सिंह धामी। वह दूसरी बार घटिमा से दूसरी बार विधायक बने हैं। वह महाराष्ट्र के राज्यपाल बीएस कोश्यारी के करीबी बताए जाते हैं। वह वर्ष 2001 में कोश्यारी सरकार के समय मुख्यमंत्री के ओएसडी भी रहे चुके हैं।