( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय में आतंरिक गुणवत्ता एवं प्रयोग विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वाधान में पंडित श्री राम शर्मा आचार्य जी की जयंती के उपलक्ष्य में उनके द्वारा लिखित 3200 पुस्तकों के समग्र वाङ्मय की स्थापना की गयी। जिसमे उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलसचिव गिरीश कुमार अवस्थी ने कहा कि आत्मिक ज्ञान से परिपूर्ण यह वाय सामाजिक उन्नति के सूत्रधार है। आतंरिक गुणवत्ता एवं आश्वासन प्रकोष्ट के निदेशक डॉ० कामाच्या कुमार ने कहा कि इन पुस्तकों के अध्ययन के साथ-साथ इस क्षेत्र में अपने शोध को सभी विधार्थी देव संस्कृति विश्वविद्यालय के साथ मिलकर आगे बड़ा सकते है।
कार्यक्रम का संचालन योग विज्ञान विभाग विभागाध्यक्ष डॉ० लक्ष्मीनारायण जोशी ने किया व उन्होंने बताया कि समाज को पंडित श्री राम शर्मा आचार्य द्वारा लिखित यह पुस्तके एक अनुपम भेट है। इस अवसर पर डॉ० शैलेश कुमार तिवारी, डॉ० हरीश चन्द्र तिवारी, प्रो० दिनेश चंद चमोला, डॉ० दामोदर परगाई. डॉ० अरविन्द नारायण मिश्र, डॉ० राम खण्डेलवाल, डॉ० बिन्दुमती द्विवेदी, डॉ० मीनाक्षी सिंह रावत, डॉ० श्वेता अवस्थी, डॉ० विनय सेठी, डॉ० उमेश शुक्ल, डॉ० सुमन भट्ट, डॉ० मुशीन चमोली चन्द्र शेखर शर्मा, राजेंद्र नौटियाल एवं उपकुलसचिव दिनेश कुमार व सभी शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
सुरक्षित रहें , स्वस्थ रहें।
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