( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
रुद्रपुर। उत्तराखण्ड पुलिस का एक जवान आरोपों के धीरे में आ गया है।यह आरोप उस सिपाही पर कोई और नहीं बल्कि उसकी पत्नी ने लगाए है।पत्नी के अनुसार दहेज ना मिलने के कारण उसे ना सिर्फ मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया बल्कि शारीरिक उत्पीड़न भी हुआ, मामले के सामने आने के बाद उत्तराखंड पुलिस जांच में जुट गई है।
9 साल पहले हुई थी शादी
रुद्रपुर पुलिस को दी तहरीर में महिला ने बताया कि उसकी शादी वर्ष 2012 को अनिल सिंह रावत निवासी ग्राम मेहनर बूगां जिला बागेश्वर के साथ हुई थी। शादी के कुछ समय बाद से ही उसकी सास और पति अनिल सिंह रावत कम दहेज लाने के लिए मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने लगे। पति नशे में उसके साथ मारपीट करता था।
जबरदस्ती अप्राकृतिक संबंध
महिला का कहना है कि पति नशे में उसके साथ जबरन अप्राकृतिक सम्बन्ध बनाता था। विरोध करने पर मारपीट करता था। पति मायके पक्ष के लोगों को गालियां देता था। वर्ष 2013 में प्रार्थिनी ने एक पुत्री को जन्म दिया था। बेटी का जन्म होने का बाद उसका उत्पीड़न और ज्यादा होने लगा। सास ताना देती थी कि तूने लड़की पैदा करके हमे बर्बाद कर दिया, अब बेटे की दूसरी शादी करूंगी। उसका पति उस पर शक करता था और हर दिन मारपीट करता था। 4 जुलाई 2018 को उसकी बेरहमी से पिटाई की गई थी।
दहेज में कार, 1 लाख रूपये, एक सोने की चेन मायके से लाने की मांग की गई। जिसके बाद पंचायत कर मामले को रफा दफा कर दिया गया। महिला का आरोप है कि 9 फरवरी 2021 की शाम पति अनिल सिंह रावत बेटी के सामने अश्लील हरकते करने लगा। विरोध करने पर प्रार्थिनी के पति ने उसको पीटा। दहेज ना मिलने पर मारपीट कर उसे बेटी सहित घर से निकाल दिया था। मायके पक्ष के लोगों ने पति को काफी समझाने का प्रयास किया गया लेकिन वो नहीं माना।
लगातार उत्पीड़न के बाद भी मामला नहीं सुलझने पर महिला ने अब पति अनिल के खिलाफ रुद्रपुर कोतवाली में अप्राकृतिक शारीरिक शोषण, मानसिक शोषण और दहेज प्रताड़ना का मुकदमा दर्ज कराया है। आरोपी अनिल किच्छा कोटवाली में कांस्टेबल है। मुकदमा दर्ज होने के बाद मामले को लेकर महकमे में चर्चाएं हैं।