( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। उत्तराखण्ड पुलिस में लम्बे समय से मैदानी जिलों में ड्यूटी पर तैनात पुलिस इन्स्पेक्टर ,दरोगा कॉन्टेबल के साथ हेडकांस्टेबल को भी पहाड़ चढ़ना होगा। लम्बे समय से मैदानी इलाको में जमे इन लोगो को अब पहाड़ी थानों में तैनाती दी जाएगी। इसको लेकर रेंज स्तर पर प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली गई है। बताया जा रहा है कि आने वाले 10 दिनों में विभाग में होने वाले ट्रांसफर पुरे हो जायेंगे। अब किसी भी प्रकार सोर्स नहीं चल पायेगी। दरअसल, पुलिस विभाग में दारोगा, इंस्पेक्टर से लेकर कांस्टेबल तक सोर्स- सिफारिश के चलते केवल मैदानी इलाकों में ही तैनात बने रहते हैं। सिफारिश के कारण पुलिस विभाग में रोटेशन के तहत कभी भी ट्रांसफर नहीं हुए। हालत यह है कि कहीं पुलिस के जवान मैदानी इलाकों में ही अपनी पूरी उम्र की पूरी डयूटी निभा देते हैं। पहाड़ों पर जाने के नाम पर इन लोगों ने एक भी दिन की डयूटी नहीं की। इसी को लेकर उत्तराखंड पुलिस ट्रांसफर पॉलसी के तहत अब पुलिस विभाग में ट्रांसफर होने जा रहे हैं।
गढ़वाल रेंज की बात करें तो 18 इंस्पेक्टर एसे हैं जिनको ट्रांसफर पॉलसी के तहत पहाड़ों पर चढऩा है, लेकिन पहाड़ से मात्र दो ही ऐसे इंस्पेक्टर है जिन्हें ट्रांसफर पॉलसी के तहत मैदान में तैनाती मिलेगी। जिसके चलते तीन इंस्पेक्टरों को ही इस बार होने वाले ट्रांसफर में पहाड़ों पर तैनाती मिलेगी। वही, एसओ यानि कि दारोगाओं की बात करें तो ट्रांसफर पॉलसी के तहत हरिद्वार और देहरादून जिले में 161 एसे दारोगा हैं जिनको पहाड़ों पर तैनाती मिलनी है। लेकिन, पहाड़ों के पांच जिलों से केवल 50 ही दरोगा एसे हैं, जिनको ट्रांसफर पॉलसी के तहत पहाड़ों से मैदान में उतारा जा रहा है। जिनके सापेक्ष 55 दरोगाओं को ही इस समय पहाड़ पर चढ़ाया जाएगा। स्थानांतरण के बाद जो कांस्टेबल और हेडकांस्टेबल पहाड़ से मैदान में उतरेंगे उनकी संख्या 847 है। जो पहाड़ चढ़ेेंगे उनकी संख्या करीब 618 है।
डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग का कहना है कि ये ट्रांसफर आने वाले 10 दिनों में किये जायेंगे। जो ट्रांसफर पॉलसी है उसी हिसाब से जो समय अवधि है उसी हिसाब से ट्रांसफर किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि इस समय ये दिक्कतें आ रही हैं जो पहाड़ से मैदान में आयेंगे उनकी संख्या कम है, और जो मैदान से पहाड़ पर जा रहे हैं उनकी संख्या अधिक है। यह देखते हुए अब दोनों इलाकों में बेलेंस किया जा रहा है और जो भी लम्बे समय से मैदानी इलाकों में हैं पहले उनको ही भेजा जायेगा।
गौरतलब है कि पुलिस मुख्यालय से बनी ट्रांसफर पॉलसी में कांस्टेबल के लिए मैदानी इलाकों में 16 साल और पहाड़ी इलाकों में 8 साल रखा गया है। तो हैड कांस्टेबल के लिए मैदानी इलाकों में 12 साल और पहाड़ी इलाकों में 6 साल रखा गया है। इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर के लिए 8 साल मैदान में और 4 साल पहाड़ों में रखा गया है। इसी के अधार पर ये ट्रांसफर होंगे।