( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनाव 2022 के प्रचार के लिए आज अंतिम दिन है और सभी प्रमुख पार्टियां अपना आखिरी दांव खेलने की तैयारी में हैं। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कब्ज़े वाली विधानसभा सीट पर कांग्रेस बड़ा शो करने के लिए पूरी तरह तैयार है। धामी के किले में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी शनिवार को बड़ी जनसभा करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी भुवन कापड़ी के लिए प्रचार करने पहुंचेंगी। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रुद्रपुर में बीजेपी के लिए वोट मांगेंगे तो अमित शाह हरिद्वार में रोड शो कर जनसम्पर्क करेंगे। सीएम योगी टिहरी व कोटद्वार में बीजेपी का चुनाव अभियान चलाएंगे तो राजनाथ सिंह बागेश्वर ज़िले में भाजपा का प्रचार करने पहुंचेंगे।
उत्तर प्रदेश के लिए कांग्रेस के चुनाव अभियान की कमान संभाल रहीं प्रियंका गांधी वाड्रा शनिवार को उत्तराखंड में तीन ताबड़तोड़ रैलियां करेंगी। खटीमा के साथ ही वह हल्द्वानी और श्रीनगर में भी जनसभाएं करेंगी। हल्द्वानी से कांग्रेस ने पूर्व नेता प्रतिपक्ष दिवंगत इंदिरा हृदयेश के बेटे सुमित को उम्मीदवार बनाया है जबकि श्रीनगर विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल चुनाव मैदान में हैं। यहां मुकाबला कांटे का माना जा रहा है क्योंकि भाजपा ने यहां से अपने कैबिनेट मंत्री धनसिंह रावत को एक बार फिर प्रत्याशी बनाया है।
क्या है कांग्रेस की रणनीति?
धामी खटीमा से सिटिंग विधायक हैं और राज्य के सीएम भी हैं इसलिए यहां कांग्रेस के सामने चुनौती बड़ी है। प्रियंका गांधी उत्तराखंड में पहली फिज़िकल रैली करने जा रही हैं और वह भी सीधे धामी की सीट पर, इसे कांग्रेस बड़े गेमप्लान के तौर पर मान रही है। शनिवार को प्रियंका गांधी की रैलियों को खास फोकस कुमाऊं में रहने वाला है, जहां इंदिरा हृदयेश और एनडी तिवारी के कारण कांग्रेस की मज़बूत पकड़ मानी जाती रही है।
कपकोट में दहाड़ेंगे राजनाथ
एक तरफ, धामी के किले में प्रियंका ललकारेंगी तो शनिवार को केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह बागेश्वर ज़िले के कपकोट विधानसभा क्षेत्र में भाजपा समर्थकों को संबोधित करेंगे। रक्षा मंत्री यहां भाजपा प्रत्याशी सुरेश गड़िया के लिए जनसभा करने दोपहर में केदारेश्वर मैदान पहुंचेंगे। सिंह के कार्यक्रम को लेकर भाजपाई उत्साहित हैं तो कपकोट के केदारश्वर मैदान में पंडाल सजने लगे हैं। पुलिस प्रशासन भी अलर्ट है और कई अफसर मैदान का निरीक्षण कर रहे हैं।