दीपक है यदि अस्पताल तो, नर्स उसकी बातीः डा.राम शर्मा
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार । स्वास्थ्य देखभाल को भारत की सार्वजनिक प्राथमिकता के रूप में पहचाना गया है-और नर्सिंग स्वास्थ्य देखभाल देने में एक केंद्रीय भूमिका निभाती हैं। नर्स पद बहुत ही सम्मानजनक पद है। नर्सिंग स्वास्थ्य सेवा से जुड़ा ऐसा पेशा है, जिसमें व्यक्तियों, परिवारों या यूं कहें कि समुदायों की स्वास्थ्य संबंधी देखरेख की जाती है, ताकि जब तक जीवन है, उसे भरपूर जिया जा सके। न केवल किसी भी अस्पताल की, बल्कि समाज की अनिवार्यता है नर्सिंग। सेवा जब शीर्ष पर पहुंचती है तो नर्सिग का रूप ले लेती है। वैसे भी नर्स होना समर्पण की एक गाथा है, जिसमें जीवन का संगीत बजता है।
डाॅ0 राम शर्मा ने बताया कि चिकित्सा के क्षेत्र में महज डाॅक्टर या सर्जन शामिल नहीं होते है बल्कि इनके सहायक के तौर पर कई दुसरे लोग भी कार्य करते है। इन्हें भले ही डाॅक्टरों के सामने नजरअंदाज कर दिया जाता है लेकिन वे डाॅक्टरों से कम सेवाभाव के साथ काम नहीं कर रहे होते। मानव सेवा के साथ चिकित्सा में रूचि रखने वाले युवकों और युवतियों के लिए नर्सिंग भी एक बहुत ही अच्छा केरियर है। सेवा ही इनकी पहचान है। आज के हैल्थ कियर सिस्टम में नर्से महत्वपूर्ण जीवनदायनी भूमिका निभा रही है।
डाॅ0 राम शर्मा बताते है कि दरअसल ये मरीज की शारीरिक पीड़ा को अच्छी तरह समझ कर उन्हें बीमारियों से लड़ने का एक मानसिक जज्बा भी देती है।डाॅ0 राम शर्मा ,छाती ,ह्रदय एवं पेट रोग विशेषज्ञ ,अनन्य मैटरनिटी एवं मेडिकल सेन्टर ने बताया कि किसी मरीज को ठीक करने में नर्सो का योगदान 60 प्रतिशत और डाॅक्टर का योगदान केवल 40 प्रतिशत होता है। जो लड़कियां या लडके सोशल वर्क को कैरियर के रूप में अपनाना चाहते है उनके लिए यह एक बेहतरीन केरियर साबित हो सकता है। आजकल जितनी तेजी से हेल्थ केयर सेंटरों का विकास हो रहा है इसमें असीम संभावनाओं के द्वार खुलने लगे है। नर्सिग सेवा का सामाजिक अनुबंध होता है जिसमें जीवन की रक्षा के गंभीर उत्तरदायित्व शामिल होते है। सभी देशों में नर्सिग कार्य प्रणाली के बारे मौखिक या लिखित रूप से कुछ नियम कानून बनाये गये है जिनका राष्ट्र या राज्य स्तर पर नियतन किया जाता है।
डाॅ0 राम शर्मा बताते है कि धैर्य और अनुशासन के दायरे में रहते हुए नर्स को टीम भावना के तहत काम करना होता है। डाॅक्टरों की भांति यह काम परिश्रम और समर्पण की मांग करता है। मरीजों की देखभाल को न सिर्फ ड्यूटी बल्कि आत्मिक रूप से स्वीकार करने की जरूरत होती है जिसमें देर रात जागकर मरीजों की देखभाल करना भी शामिल होता है। नर्स लोगों के स्वास्थ्य का निरंतर मूल्यांकन प्रदान करती हैं। उनकी चैबीसों घंटे उपस्थिति, अवलोकन कौशल और सतर्कता डॉक्टरों को बेहतर निदान करने और बेहतर उपचार का प्रस्ताव करने की अनुमति देती है। कई लोगों की जान बचाई गई है क्योंकि एक चैकस नर्स ने आने वाले संकट के प्रारंभिक चेतावनी संकेतों जैसे कि कार्डियक अरेस्ट या श्वसन विफलता पर उठाया है। नर्स मरीजों की देखभाल वैसे ही करते हैं, जैसे अपने परिवार की। यह बड़ी जिम्मेदारी है। नर्सिग में एक वर्ष से लेकर चार वर्ष के अलग-अलग कोर्स संचालित किये जाते है जो छात्र अपनी सुविधा के अनुसार चयन करते है। वैसे नर्सिग में एक डिप्लोमा कोर्स और एक डिगरी कोर्स होता है जिनके बारे में विस्तृत जानकारी नीचे दी गयी हैःए.एन.एम. या हैल्थ केयर के लिए योग्यता के रूप में अभ्यर्थी का 10वीं उत्तीर्ण होना जरूरी है। इस कोर्स की अवधि 18 माह होती है।