( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। उत्तराखण्ड में मौसम का मिज़ाज़ बदल रहा है और पहाड़ी इलाको बर्फ़ीली हवाएं चलना शुरू हो है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक पहाड़ी इलाकों में जहां सर्द हवाएं चल रही हैं, वहीं ऊपरी इलाकों में बर्फबारी की भी संभावनाएं लगातार बनी हुई हैं। राज्य के 5 ज़िलों में भारी बर्फबारी के आसार हैं। जानकारी मिल रही है कि पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की बर्फबारी और बरसात हो सकती है। आज 2 दिसंबर को भी कई ज़िलों में भी हल्की से मध्यम बरसात हो सकती है, तो तीन ज़िलों के अधिकांश क्षेत्रों में बर्फबारी की भी संभावना है।
आपको बताते हैं कि मौसम विभाग ने किन ज़िलों में बर्फबारी और बारिश की संभावना जताई है।
उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ के ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी और ज्यादातर क्षेत्रों में बारिश का अनुमान है। वहीं, पिथौरागढ़, चमोली और बागेश्वर ज़िलों के अधिकांश क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी की संभावना है। इसका असर मैदानी ज़िलों पर भी पड़ेगा और वहां भी तापमान में गिरावट आएगी। मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार 4 दिसंबर के बाद मौसम शुष्क रहेगा और इस बारिश के बाद लोगों को सूखी ठंड से राहत मिलेगी।
क्यों पड़ रही है सूखी ठंड?
नवंबर में राज्य में सामान्य से 86 फ़ीसदी कम बारिश हुई है, जिस वजह से राज्य में सूखी ठंड का मौसम जारी है। अल्मोड़ा, चंपावत, देहरादून, पौड़ी गढ़वाल, टिहरी गढ़वाल, हरिद्वार, नैनीताल एवं उधम सिंह नगर में नवंबर के महीने में बिल्कुल बारिश नहीं हुई। ऐसे में मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में होने वाली बरसात से लोगों को सूखी ठंड से राहत मिलेगी।
बिक्रम सिंह के अनुसार मौसम में हो रहे बदलाव के लिए पश्चिमी विक्षोभ को ज़िम्मेदार माना जा रहा है और पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के मौसम को प्रभावित कर रहा है। यह भी एक फैक्ट है कि किसी भी ज़िले की रिहायशी बस्तियों की पहुंच तक बर्फबारी हाल फिलहाल नहीं हुई है और न ही कड़ाके की ठंड जैसा आलम है। सर्द हवाओं के कारण ऐसा माहौल बन रहा है और आने वाले दिनों में तापमान और लुढ़क सकता है।