( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। सोमवार 12 अप्रैल को हरिद्वार महाकुम्भ के शाही स्नान से ठीक एक दिन पहले अखाड़ा परिषद् के राष्ट्रिय अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी महाराज कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। महंत नरेंद्र गिरि पिछले दो दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें बुखार की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां कोरोना वायरस की जांच के लिए उनका सैंपल लिया गया था। लेकिन जांच रिपोर्ट आने से पहले ही उन्हें रविवार सुबह अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। अब रविवार दोपहर को महंत नरेंद्र गिरि की कोरोना वायरस रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद हड़कंप मच गया। क्योंकि इस दौरान महंत नरेंद्र गिरि कई साधु संतों के साथ ही उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी मुलाकात कर चुके हैं। बीमार होने से पहले नरेंद्र गिरी की मुलाकात सीएम तीरथ सिंह रावत से भी हुई थी।
नरेंद्र गिरी के टच में रहे ये साधु-संत
निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानन्द गिरी, अखाड़े के सचिव रविंद्र पुरी महाराज सीधे-सीधे नरेंद्र गिरी के टच में थे। अस्पताल में भर्ती होने के दौरान भी दोनों संतों ने नरेंद्र जी से मुलाकात की थी।इतना ही नहीं, मेला अधिकारी दीपक रावत, आईजी संजय गुंज्याल, एसएसपी कुंभ मेला जन्मेजय खंडूरी और अन्य अधिकारियों ने भी नरेंद्र गिरी से अस्पताल में जाकर मुलाकात की थी। मुलाकात के ठीक एक दिन बाद नरेंद्र गिरी के पॉजिटिव आने से चिंताएं बढ़ गई हैं।
12 अप्रैल को शाही स्नान
12 अप्रैल को महाकुंभ का शाही स्नान है। इस स्नान में निरंजनी अखाड़ा सबसे पहले हिस्सा लेता है। ऐसे में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के कोरोना पॉजिटिव आने से अखाड़े के स्नान पर असर पड़ सकता है। साफ है जो साधु संत महंत नरेंद्र गिरी महाराज के टच में आए हैं, उन्हें इस स्नान से दूर रहना पड़ सकता है। हालांकि प्रशासन का दावा है कि जो भी लोग महंत नरेंद्र गिरी महाराज की टच में आए हैं उनका रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जाएगा।