* देश में मंगलवार को कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले बढ़कर 4421 हो गये। जबकि इससे हुई मौत का आंकड़ा 117 पर पहुंच गया है। * संक्रमण के मामलों और मृतकों की संख्या में सोमवार की तुलना में मंगलवार को कमी आई।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के चलते देश भर में लगाए गए लॉकडाउन के वावजूद भी देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आकड़ो के मुताबिक देश में मंगलवार को कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले बढ़कर 4421 हो गये। जबकि इससे हुई मौत का आंकड़ा 117 पर पहुंच गया है। मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने मंगलवार को नियमित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पिछले 24 घंटों में संक्रमण के 354 नये मामले सामने आये हैं, जबकि इस दौरान आठ लोगों की मौत हुई। उन्होंने संक्रमण के मामलों और मृतकों की संख्या में सोमवार की तुलना में मंगलवार को कमी आने पर संतोष व्यक्त किया। उल्लेखनीय है कि सोमवार को 24 घंटों के दौरान 693 नये मामले सामने आये थे और 30 मरीजों की मौत हुई थी ।
संक्रमण रोकने के लिए लॉकडाउन जरूरी
अग्रवाल ने संक्रमण की गति को रोकने के लिये लागू लॉकडाउन को प्रभावी बताते हुये कहा कि संक्रमण से बुरी तरह प्रभावित इलाकों में लॉकडाउन का पालन सख्ती से कराने और सघन निगरानी तंत्र की मदद से संक्रमण पर नियंत्रण पाने में मदद मिल रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित इलाकों में चिन्हित किये गये आगरा, नोएडा, पूर्वी दिल्ली, भीलवाड़ा और मुंबई में लॉकडाउन के उपाय का असर दिखने लगा है और इन क्षेत्रों में स्थिति में सुधार आ रहा है।
टेक्नॉलजी के जरिए आसान हो रहा काम
अग्रवाल ने कहा कि स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत पुणे, भोपाल और सूरत सहित अन्य शहरों में प्रौद्योगिकी आधारित नयी सेवाओं का भी कोरोना नियंत्रण अभियान में प्रभावी सहयोग लिया जा रहा है। इसकी मदद से स्मार्ट सिटी से जुड़े इलाकों में संक्रमण पर निगरानी, रियल टाइम सिस्टम से एंबुलेंस सेवा का संचालन और आईटी प्रौद्योगिकी पर आधारित सूचनाओं के आदान-प्रदान से काफी मदद मिल रही है।
लॉकडाउन के पहलुओं पर हो रहा विचार
आगामी 14 अप्रैल को लॉकडाउन की समयसीमा समाप्त हाने के बाद इसके भविष्य को लेकर जारी अटकलों के बारे में अग्रवाल ने कहा कि सरकार लॉकडाउन के असर से जुड़े सभी पहलुओं पर विचार कर रही है।कोरोना संकट से निपटने के लिये भविष्य की रणनीति को लेकर जब भी फैसला किया जायेगा, उसी समय अवगत कराया जा सकेगा।
अब तक 107006 लोगों की हुई जांच संवाददाता सम्मेलन में गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि मंत्रालय ने चिकित्सा संस्थाओं को कोरोना के इलाज में ऑक्सीजन की अबाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये राज्य सरकारों को निर्देश दिये हैं। इस दौरान भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वैज्ञानिक रमन आर गंगाखेड़कर ने बताया कि देश में अब तक कोरोना संक्रमण की जांच के लिये 107006 परीक्षण हो चुके हैं। इनमें पिछले 24 घंटों के दौरान किये गये 11795 परीक्षण शामिल हैं। उन्होंने बताया कि देश में 136 सरकारी और 59 निजी प्रयोगशालाओं में कोविड-19 के परीक्षण की सुविधा सुचारू रुप से चल रही है।