( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
पिथौरागढ़। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने हाल ही एक रिपोर्ट जारी कर सबको चौंका दिया है। एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार सूबे के 15 माननीय विधायक सिर्फ इंटर तक ही पढ़े हैं। इसके अलावा करोड़पति और अपराधी विधायकों की संख्या भी बड़ी है।
इस रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड की वर्तमान विधानसभा में 65 में से 46 विधायक करोड़पति हैं। सबसे धनी विधायक चौबट्टाखाल के विधायक सतपाल महाराज हैं। सतपाल महाराज के पास 80 करोड़ की संम्पत्ति है जबकि दूसरे पायदान पर किच्छा के राजेश शुक्ला हैं। शुक्ला के पास 25 करोड़ की सम्पत्ति है, वहीं तीसरे नंबर पर हैं, मंगलौर के विधायक काजी निजाउद्दीन। काजी के पास 21 करोड़ की सम्पत्ति है।
पार्टी के लिहाज से देखें तो बीजेपी के 37 और कांग्रेस के 8 विधायक करोड़पति हैं जबकि 1 निर्दलीय विधायक भी करोड़पतियों की कतार में हैं। उत्तराखंड के सबसे गरीब विधायकों में प्रेम सिंह राणा, शक्ति लाल शाह और मीना गंगोला हैं। एडीआर के उत्तराखंड स्टेट कॉर्डिनेटर मनोज ध्यानी का कहना है कि फिलहाल राज्य में 65 विधायक हैं। इन्हीं के आधार पर उन्होनें ये आंकड़ें निकाले हैं। ये सभी आंकड़े चुनाव आयोग को विधायकों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर हैं।
20 विधायकों पर दर्ज हैं आपराधिक मामले
अपराध की बात करें तो सूबे के 20 विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि गंभीर आपराधिक मामलें 14 विधायकों पर दर्ज हैं। पार्टी के लिहाज से देखें तो बीजेपी के 30, कांग्रेस के 33 और निर्दलीय में ये आंकड़ा 50 फीसदी है। आपराधिक विधायकों में पहला नंबर है गदरपुर के विधायक अरविंद पांडे का। पांडे के ऊपर 12 मामलें चल रहे हैं जिसमें 11 पर सीरियस आईपीसी की 11 धाराएं लगीं हैं। दूसरे नम्बर पर हैं मसूरी के एमएलए गणेश जोशी, जोशी पर केस तो सिर्फ दो हैं, लेकिन सीरियस आईपीसी मामले 5 दर्ज हैं। तीसरा नबंर है, सहसपुर के विधायक सहदेव सिंह का। सहदेव पर 3 मामले चल रहे हैं और 3 सीरियस आईपीसी की धाराएं लगीं हैं।
देनदारियां भी ज्यादा
एडीआर के प्रोग्राम एसोसिएट नवीन मौनी ने बताया कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले वे राज्य भर में मतदाताओं को जागरूक करने के लिए अभियान चलाएंगे। ताकि बेहतर उम्मीदवार का चयन हो सके। इसके अलावा कई विधायकों पर करोड़ों की देनदारियां भी हैं।
एडीआर की रिपोर्ट में उन विधायकों का भी जिक्र है, जिन पर देनदारियां काफी ज्यादा हैं। इस मामले में पहले पायदान पर हैं, काशीपुर के विधायक हरभजन चीमा, चीमा पर 21 करोड़ की देनदारी है। जबकि दूसरे नम्बर हैं, धारचूला के विधायक हरीश धामी, धामी पर 1 करोड़ 92 लाख की देनदारी है। तीसरे नम्बर पर हैं जसपुर के विधायक आदेश सिंह, आदेश पर 1 करोड़ 8 लाख की देनदारी है।