( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। दो साल बाद कावड़ मेला शुरू हुआ। इस बार कावड़ियों की अच्छी खासी भींड हरिद्वार पहुंच रही है। आकड़ो पर नज़र डाली जाय तो अबतक लगभग ( 21 जुलाई शाम तक ) एक करोड़ 08 लाख सत्तर हज़ार कावड़िया जल भरकर अपने गंतव्य स्थान जा चुके है। इस बीच कावड़ यात्रियों की सूर्य और इंद्रदेव दोनों ही परीक्षा ले रहे है। प्रतिदिन बदलता मौसम का मिज़ाज़ कावड़ियों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल रहा है। जी हाँ , ऐसे में कांवड़ यात्री डिहाइड्रेशन और वायरल बुखार के शिकार हो रहे हैं।
श्रावण माह में इस बार शुरुआत में मौसम काफी गर्म रहा। दिन निकलते ही चिलचिलाती धूप परेशान कर रही थी। धूप में कुछ समय के लिए भी खड़ा होना मुश्किल हो रहा था। वहीं अचानक वर्षा भी हो रही है। इससे उमस काफी बढ़ गई है। हालांकि बुधवार और फिर शुक्रवार को झमाझम वर्षा और आसमान में बादल छाने से कुछ राहत जरूर मिली। हालांकि बदलते मौसम के कारण कई कांवड़ यात्री डिहाइड्रेशन और वायरल बुखार के शिकार हो रहे हैं। इस दौरान कई कांवड़ यात्रियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। सभी कांवड़ यात्री डिहाइड्रेशन के शिकार थे। रुड़की अस्पताल में उनका उपचार चल रहा है।
सिविल अस्पताल रुड़की के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. संजय कंसल ने बताया कि सिविल अस्पताल में जो कांवड़ यात्री उपचार को आ रहे हैं, उनमें अधिकांश कांवड़ यात्री डिहाइड्रेशन के शिकार हुए हैं। बुधवार को पांच कांवड़ यात्रियों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। इनमें एक कांवड़ यात्री दुर्घटना में घायल हुआ था, जबकि चार कांवड़ यात्री को डायरिया हुआ है। इससे उनके शरीर में पानी की कमी हो गई है, उनका उपचार किया जा रहा है। फिलहाल उनकी हालत खतरे से बाहर है। वहीं भीगने के चलते बुखार की आशंका भी बनी हुई है। उन्होंने कांवड़ यात्रियों से भरपूर मात्रा में तरल पदार्थ और ग्लूकोज आदि लेने की सलाह दी, साथ ही वर्षा होने पर भीगने से बचने को भी कहा।
कांवड़ यात्रियों को उपलब्ध हो सभी तरह की दवाएं : डीएम
जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने गुरुवार को कांवड़ मेला क्षेत्र का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने पंतद्वीप स्थित कांवड़ बाजार का भी अवलोकन किया। कांवड़ बनाने वाले कलाकारों से कांवड़ के दाम पूछने से लेकर कांवड़ यात्रियों से व्यवस्था को लेकर जानकारी जुटाई। इसके तुरंत बाद जिलाधिकारी पंतद्वीप स्थित अस्थायी चिकित्सा शिविर का भी निरीक्षण किया और कांवड़ यात्रियों को आवश्यकतानुसार सभी प्रकार की दवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।