( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। जिले के रुड़की में बल्ब बनाने वाली कंपनी की फैक्ट्री में आग लग गई। भगवानपुर थाने क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्र में एनटीएल नाम की कंपनी है। देर रात कंपनी के दफ्तर और फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। आग बुझाने के प्रयास जारी हैं।
बल्ब बनाने वाली कंपनी में लगी आग देर रात लगी आग इतनी भीषण थी उसे बुझाने के लिए भगवानपुर के साथ ही रुड़की, लक्सर, हरिद्वार और देहरादून से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मंगानी पड़ीं। इससे भी बात नहीं बनी। इसके बाद पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से भी दमकल की गाड़ियां मंगानी पड़ीं। सहारनपुर से भी फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग बुझाने रुड़की की एनटीएल कंपनी पहुंची हैं। दमकल कर्मी आग बुझने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे हैं। लेकिन आग इतनी भीषण और ज्यादा एरिया में फैल चुकी है कि उसे काबू करने में मुश्किल पेश आ रही है। इसके बावजूद दर्जनों दमकल कर्मी आग बुझाने में लगे हुए हैं. एनटीएल नाम की इस कंपनी में सीएफएल बल्ब बनाए जाते हैं।
यूपी से भी मंगानी पड़ी है फायर ब्रिगेड
देर रात जैसे ही एनटीएल कंपनी में आग लगी, वहां हड़कंप मच गया. वहां मौजूद लोगों में अफरा तफरी का माहौल हो गया। आनन फानन में पुलिस के साथ दमकल विभाग को सूचना दी गई। तुरंत ही सायरन बजाती दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। लेकिन आग लगातार बढ़ती ही गई. पहले भगवानपुर से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग बुझाने आईं। इससे बात नहीं बनी तो फिर रुड़की से भी फायर ब्रिगेड बुलानी पड़ी। इससे भी बात नहीं बनी तो लक्सर फायर ब्रिगेड को भी मौके पर बुलाया गया।
आग इतनी भीषण थी कि तीन फायर स्टेशन की फायर ब्रिग्रेड भी नहीं बुझा पाई
लेकिन आग इतनी भीषण थी कि तीन स्टेशन की फायर ब्रिगेड भी उसे बुझा नहीं सकीं। इसके बाद हरिद्वार और देहरादून से भी फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग बुझाने के लिए मौके पर बुलाई गईं। फिर भी आग पर काबू पाने के कोई संकेत नजर नहीं आए। आखिर में यूपी के सहारनपुर से भी दमकल की गाड़ियां आग बुझाने के लिए बुलाई गईं। इसके बावजूद आग बुझ नहीं पाई है। बताया जा रहा है कि मंगलवार की सुबह साढ़े तीन बजे दमकल विभाग की टीम को सूचना मिली कि भगवानपुर थाना क्षेत्र के रायपुर इंडस्ट्रीज़ एरिया में एक कंपनी में आग लगी है। सूचना मिलते ही मौके पर प्रभारी भगवानपुर एवं प्रभारी रुड़की के नेतृत्व में तीन गाड़ियों ने आग बुझाने का कार्य शुरू किया। वहीं सूचना पर CFO हरिद्वार भी मौक़े पर पहुंच गए।
आग को बढ़ता हुआ देखकर मायापुर से 2 गाड़ियां व लक्सर और देहरादून से दो गाड़ियां और इसी के साथ पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से दो गाड़ियां मौके पर मंगाई गईं। आग इतनी भयंकर थी कि कई लाख लीटर पानी और कई सौ लीटर फ़ोम के इस्तेमाल के बाद भी उस पर क़ाबू नहीं पाया जा सका। वहीं नारायण इंडस्ट्री के एक हिस्से में ही आग को चारों तरफ़ से घेरकर बुझाने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं कंपनी में लगी आग को बुझाने में दमकल विभाग की पिछले क़रीब 8 घंटे के समय से लगी हुई है, हालांकि कंपनी पूरी तरह से जलकर राख हो चुकी है। इसी के साथ फ़ायर कर्मियों द्वारा आसपास मौजूद करीब पचास फैक्ट्रियों में आग को फैलने से भी रोका गया है साथ ही आसपास बनी फैक्ट्रियों का कई सौ करोड़ के नुक़सान को बचाने के प्रयास जारी हैं। बताया गया है कि इस कंपनी के अंदर सीएफएल बल्ब और ट्यूबलाइट का काम संचालित था और प्रीतम इंडस्ट्रीज़ का वेयरहाउस भी मौजूद था। हालांकि आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है, वहीं सुरक्षा के प्रति लापरवाही कितना घातक साबित हो सकती है। यह इस बात से जाहिर है कि अगर आग पर काबू नहीं पाया जा सका, तो पूरे रायपुर इंडस्ट्रियल क्षेत्र में बड़ी घटना घट सकती है। हालांकि कंपनी में लगी आग के कारणों का भी दमकल विभाग की टीम पता लगाने में जुटी हुई है साथ ही माना जा रहा है कि इस अग्निकांड से कंपनी का सैकड़ों करोड़ का नुकसान हुआ है।