( योगेश शर्मा )
हरिद्वार। उत्तराखण्ड पुलिस को यूँ ही नहीं मित्र पुलिस की संज्ञा दी जाती है। इसका जीता जगता प्रमाण उस समय देखना को मिला जब यातायात पुलिस में हैड कांस्टेबल राजेश कुमार व सिपाही मेहशानंद जोशी ने एक व्यक्ति का बैग लौटाया। जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह हैड कांस्टेबल राजेश कुमार अपने सिपाही के साथ प्रेमनगर चौक पर चैकिग कर रहे थे। तभी वहाँ एक गुरुमेल नाम का व्यक्ति आया और उसने बताया कि उत्तर प्रदेश रोडवेज से नगीने से हरिद्वार आया है। गुरुमेल सिंह ने बताया कि में चण्डी चौक पर बस से उतरा लेकिन बस देहरादून जा रही थी और चण्डी चौक से ही देहरादून के लिए घूम गयी। जल्दबाजी में मै अपना बैग बस से उतारना भूल गया। जिसमें मेरे बहुत जरूरी कागजात भी है।
गुरुमेल सिंह बहुत उदास ओर परेशान थे क्योकि वो अपने बहुत जरूरी कागजात उस बैग में बता रहे थे जो कि उत्तर प्रदेश रोडवेज की गाड़ी रह गया मेंथा। उन कागजात की उनको बहुत आवश्यकता भी थी लेकिन यातायात पुलिस के दोनों जवानों ने उनको बैठाया ओर बहुत अच्छे से पूरी घटना की जानकारी ली। इसके बाद सब कुछ जानकारी होने के बाद हैड कांस्टेबल राजेश कुमार के द्वारा तुरन्त कंट्रोल रूम को बताया गया और सभी जगह सूचना दे दी गयी। लेकिन फिर भी राजेश कुमार ने हरिद्वार में ही बस को ढूढ़ने व रोकने का प्रयास किया। बस उस समय तक हरिद्वार से बाहर निकल चुकी थी फिर भी हैड कांस्टेबल राजेश कुमार ने हार नही मानी जैसे तैसे कर के राजेश कुमार ने देहरादून पुलिस से संपर्क किया और पूरी घटना की जानकारी दी ,फिर देहरादून पुलिस ने उत्तर प्रदेश रोडवेज बस को रिष्पनापुल पर रुकवाया गया। जिसमे गुरुमेल सिंह का बैग गलती से रह गया था फिर देहरादून पुलिस को वो बैग उसी सीट से मिला। जहाँ गुरुमेल सिंह बैठा था। फिर देहरादून पुलिस ने बस वाले से वो बैग लेकर हरिद्वार के लिए सुरक्षित हैड कांस्टेबल राजेश कुमार तक भेजा। जिसमे तभी राजेश कुमार ने देहरादून पुलिस का भी धन्यवाद किया। उसके बाद हैड कांस्टेबल राजेश कुमार के द्वारा गुरुमेल सिंह को फोन कर के बताया गया कि आपका बैग मिल चुका है। आप प्रेमनगर चौक पर आ जाओ। इतना सुनते ही वह व्यक्ति जो उदास था अपने बैग के कारण उसके चहरे पर खुशी आ जाती है और वह तुरंत देरी न करते हुए हैड कांस्टेबल राजेश कुमार के पास पहुँचता है और अपना बैग जिसको उसकी आशा नही रही थी कि शायद वो मिलेगा उसको पाया हुआ देखकर उस व्यक्ति की आँखों मे चमक और चहरे पर खुशी आ जाती है।
जिसके बाद गुरुमेल सिंह ने वहाँ मौजूद समस्त यातायात पुलिस स्टाफ का और दोनो यातायात के पुलिस के जवानों का तहे दिल से धन्यवाद किया।
हैड कांस्टेबल राजेश कुमार शुरू से बेहद अच्छे और शांत स्वभाव वाले इंसान है ये शुरू से लोगो की मदद करते आये है।
हैड कांस्टेबल राजेश कुमार व कास्टेबल महेशानंद जोशी की गुरुमेल सिंह ने बहुत तारीफ की ओर सभी समस्त वहाँ मौजूद यातायात पुलिस स्टाफ का गुरुमेल सिंह ने दिल से धन्यवाद किया।