( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। Uksssc पेपर लीक मामले का असली मास्टरमाइंड माने जाने वाला आरएमएस कंपनी के मालिक की गिरफ्तारी के बाद परत -दर -परत खुली है। पता चला है कि असली मास्टरमाइंड तो कोई और ही है। STF की पूछताछ में हुए खुलासे के बाद असली कंपनी मालिक का दोस्त सैयद सादिक मूसा निकला। जिसकी गिरफ्तारी के लिए STF लगातार दबिश दे रही है पर अभी तक वह पकड़ से बाहर है। इस बीच STF ने उस पर 25000 /- रूपये का इनाम भी घोषित कर दिया है।
इस बीच खबर है मूसा अंडरग्राउंड हो गया है और नेपाल भागने की असंका जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि उसने कंपनी के मालिक के साथ मिलकर वर्ष 2015 से अब तक दर्जनों परीक्षाओं के पेपर लीक कराए हैं। कंपनी की प्रेस से लीक होकर पेपर पहले मूसा के पास ही पहुंचता था। इसके बाद चेन पर चेन बनती थी।
मास्टरमाइंड लखनऊ का रहने वाला सैयद सादिक मूसा
पेपर लीक मामले में पिछले दिनों उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की आउटसोर्स कंपनी आरएमएस सॉल्यूशन के मालिक राजेश चौहान के पकड़े जाने के बाद उसे ही मास्टरमाइंड बताया जा रहा था। मगर, जब उसने राज खोले तो पता चला कि इसका मास्टरमाइंड लखनऊ का रहने वाला सैयद सादिक मूसा है। वह मूल रूप से अंबेडकर नगर का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि मूसा और कंपनी के डायरेक्टर की मुलाकात वर्ष 2014 में हुई थी। इसके बाद उन्होंने इस खेल से मोटा धन कमाने की योजना बनाई। इसके बाद शुरू हुआ पेपर लीक कराने का खेल।
अन्य राज्यों में भी प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक कराने में हाथ
वर्ष 2015 में आयोग के गठन के बाद उत्तराखंड में होने वाली ज्यादातर परीक्षाओं का ठेका आरएमएस कंपनी को दिया जाने लगा। राजेश और मूसा ने बड़े ही शातिराना अंदाज में पहले दरोगा भर्ती परीक्षा में ओएमआर शीट में खेल करना शुरू किया। इसके बाद जब अन्य परीक्षाओं के पेपर की छपाई का काम इस कंपनी के पास आया तो मूसा और राजेश की चांदी हो गई। इन्होंने हाकम, केंद्रपाल और अन्य दलालों के साथ मिलकर अपना पूरा गैंग खड़ा कर दिया। बताया जा रहा है कि इन दोनों का अन्य राज्यों में भी प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक कराने में हाथ है।
एसटीएफ के 20 लोग लगातार दे रहे दबिश
मूसा की गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश में भी बड़ा खुलासा होने की संभावना है। इस काम में मूसा का एक अन्य दोस्त योगेश्वर राव भी शामिल है। दोनों ही इस वक्त फरार हैं। उनकी तलाश में लखनऊ, अंबेडकर नगर आदि जिलों में एसटीएफ के 20 लोग दबिश दे रहे हैं। इसी बीच बताया जा रहा है कि मूसा नेपाल भाग गया है। हालांकि, अभी तक एसटीएफ की टीम लखनऊ में भी जमी हुई है।
एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि योगेश्वर और मूसा की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। अभी इस मामले में और भी लोग सामने आ सकते हैं। लगातार दबिश जारी है। मूसा ने पेपर लीक के धंधे से अकूत संपत्ति जोड़ ली है। वह इस वक्त सोशल मीडिया पर बनाई जाने वाली रील के लिए शूटिंग भी करता रहता है। इसलिए उसके दोस्त उसे हीरो भी कहते हैं।
वह लंबे समय से फोन पर नेटवर्क कॉल नहीं करता है। इसके लिए वह वाईफाई डोंगल का सहारा लेकर इंटरनेट कॉलिंग करता है। इंटरनेट डोंगल के उपयोग के कारण दोस्त उसे मिस्टर डूंगल भी कहते हैं। बताया जा रहा है कि उसे घुड़सवारी का भी शौक है। वह देश के कई रेसकोर्स का मेंबर भी बताया जा रहा है।