* सरकार ने विश्वविद्यालय के कुलपति और कुलसचिव को पत्र लिखकर निजी कॉलेजों में समस्त सिस्टम खत्म करने के लिए कहा था।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून / हरिद्वार। प्रदेश के 52 सरकारी कालेजों में सेमेस्टर सिस्टम खत्म कर निजी कॉलेजों को छोड़ने वाला श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय सरकार के हस्तक्षेप के बाद खुद बैकफुट पर आ गया। सोमवार को विश्वविद्यालय ने अकादमिक परिषद की बैठक बुलाकर प्रदेश के करीब 110 निजी और शासकीय महाविद्यालय में भी सेमेस्टर सिस्टम खत्म कर दिया।
आपको बता दें कि सरकार ने विश्वविद्यालय के कुलपति और कुलसचिव को पत्र लिखकर निजी कॉलेजों में समस्त सिस्टम खत्म करने के लिए कहा था।
हालांकि प्रोफेशनल कोर्स इसमें सेमेस्टर सिस्टम जारी रहेगा। श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय ने 17 दिसंबर को अकादमिक परिषद की बैठक की थी। जिसमें तय किया गया था कि विश्वविद्यालय के गोपेश्वर परिसर के साथ ही सभी 52 सरकारी कॉलेजों में इसी साल से सेमेस्टर सिस्टम खत्म कर वार्षिक परीक्षाएं कराई जाएंगी। विश्वविद्यालय ने इस फैसले में करीब 110 निजी कॉलेजों को छोड़ दिया था। जिसके बाद इसका बड़े पैमाने पर विरोध शुरू हो गया था। इस मुद्दे को News 1 Hindustan ने प्रमुखता से उठाया था। सोमवार को विश्वविद्यालय के कुलपति की अध्यक्षता में बैठक बुलाई गई सभी और शासकीय और निजी कॉलेजों में भी बीए बीएससी और बीकॉम में सेमेस्टर सिस्टम नहीं चलाया जाएगा। इसके बजाय केवल प्रोफेशनल कोर्सेज और विश्वविद्यालय के ऋषिकेश और गोपेश्वर में ही सिस्टम चलेगा। बाकी सभी जगहों पर वार्षिक पैटर्न पर परीक्षाएं कराई जाएंगी। बैठक में अकादमिक परिषद के सदस्य डॉ बीएस बिष्ट, प्रो. आरके गुप्ता ,प्रो. अशोक कुमार, प्रो. एके तिवारी, डॉ डीएस मेहरा ,आर एस चौहान, सुधीर बुड़ाकोटी और सुनील नौटियाल मौजूद रहे।