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अब पाकिस्तान के रास्ते भारत में आएगा प्याज ! जाने पूरी खबर

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* काबुल ने भारत से दोस्ती निभाते हुए देश में प्याज भेजना शुरू कर दिया है।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )

नई दिल्ली। आखिर दोस्त ही दोस्त के काम आया। जी हाँ , प्याज की कीमत अब ज्यादा दिनों तक नहीं रुलाएगा। क्योंकि काबुल ने भारत से दोस्ती निभाते हुए देश में प्याज भेजना शुरू कर दिया है।  देश की पश्चिमी सीमा से लगे सूबे पंजाब के विभिन्न शहरों में पिछले कुछ दिनों से अफगानी प्याज बिकने लगा है। व्यापारिक सूत्रों ने बताया कि अफगानिस्तान से पाकिस्तान के रास्ते देश में प्याज आने लगा है। सूत्रों ने बताया कि अफगानिस्तान से जल्द ही 30-35 गाड़ी प्याज देश में आने वाला है जिसकी लोडिंग हो चुकी है।  सूत्रों ने बताया कि भारत में प्याज के दाम में जोरदार इजाफा होने पर अफगानिस्तानी व्यापारी यहां के बाजारों में प्याज बेचने को उत्साहित हुए हैं और अगर, प्याज का भाव यहां 30 रुपये रुपये प्रति किलो भी रहेगा तो अफगानिस्तान से प्याज आता रहेगा। व्यापारिक सूत्रों के अनुसार  इस समय अमृतसर और लुधियाना में अफगानी प्याज 30-35 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।  पाकिस्तान के रास्ते भारत में अफगानिस्तान से प्याज आने के संबंध में पूछे जाने पर कस्टम विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि अफगानिस्तान से माल आने पर रोक नहीं है। दिल्ली की आजादपुर मंडी के कारोबारी और ऑनियन मर्चेट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट राजेंद्र शर्मा ने बताया कि एक-दो दिन में दिल्ली की मंडियों में भी अफगानी प्याज की आमद शुरू हो जाएगी, जिससे प्याज की कीमतों में और गिरावट आएगी।  उधर, कर्नाटक से प्याज की नई फसल की आवक दिल्ली की आजादपुर मंडी में बुधवार को शुरू हो गई। 

कारोबारियों ने बताया कि कर्नाटक से पांच ट्रक (125 टन) नया प्याज आया है और आने वाले दिनों में नए प्याज की आवक और बढ़ सकती है।  आजादपुर मंडी में कई दिनों बाद प्याज का थोक भाव 40 रुपये से नीचे आया।  व्यापारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में प्याज का थोक भाव 25-38 रुपये प्रति किलो हो गया है, जोकि पिछले सप्ताह 50 रुपये प्रति किलो हो गया था। 

राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि बुधवार को मंडी में 55 गाड़ी यानी 1,100 टन प्याज आया इसके अलावा एक दिन पहले का बचा हुआ 95 टन यानी 1900 टन प्याज बचा हुआ है।  इस प्रकार, सप्लाई बढ़ने से कीमतों में करीब सात-आठ रुपये गिरावट आई है। 

गौरतलब है कि देश के सबसे बड़े प्याज उत्पादक राज्य महाराष्ट्र समेत दक्षिण भारत के राज्यों में बारिश होने से प्याज की फसल खराब होने और नई फसल की तैयारी में विलंब होने की आशंकाओं से प्याज की कीमतों में जोरदार वृद्धि दर्ज की गई। 

प्याज के दाम को काबू में रखने के मकसद से केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने मंगलवार को प्याज की कालाबाजारी और जमाखोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी।  उन्होंने कहा कि सरकार स्टॉक लिमिट लगाने पर भी विचार कर सकती है। 

केंद्र सरकार ने नैफेड को सफल, मदर डेयरी एवं एनसीसीएफ के बिक्री केंद्रों के साथ-साथ खुद के विक्रय केंद्रो के जरिए दिल्ली में प्याज का वितरण करने का निर्देश देते हुए कहा है कि प्याज की कीमत 24 रुपये प्रति किलो से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।  वाणिकी फसलों के तीसरे अग्रिम उत्पादन अनुमान के अनुसार, 2018-19 में प्याज का उत्पादन 343.85 लाख टन है जोकि पिछले वर्ष का उत्पादन 232.82 लाख टन से ज्यादा है। 

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