( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून / चंपावत। आखिरकार CM धामी अपना उप चुनाव किस सीट से लड़ेंगे इसका फैसला हो ही गया। जी हाँ ,News 1 Hindustan ने गत 18 अप्रैल को ही इसका खुलासा कर दिया था। क्योंकि चम्पावत के विधायक कैलाश गहतोड़ी ने सबसे पहले सीट छोड़ने की बात कही थी और गत दिनों CM धामी के दिल्ली दौरे के दौरान भी केंद्रीय नेताओ से चर्चा भी की थी।
आपको बता दे कि चंपावत विधायक कैलाश गहतोड़ी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए सीट छोड़ दी है। गुरुवार को विधायक गहतोड़ी ने विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी को अपना इस्तीफा सौंप दिया। विधानसभा अध्यक्ष के यमुना कॉलोनी स्थित आवास पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान विधायक गहतोड़ी ने कहा कि चंपावत के विकास के लिए उन्होंने यह कदम उठाया है।
इस्तीफा सौंपने के बाद गहतोड़ी ने कहा ‘मेरा कोई स्वार्थ नहीं है, बस पांच साल तक धामी रहे’ कहा कि क्षेत्र में विकास नहीं हो पाया है लेकिन, अब सीएम धामी के कदम पड़ेंगे तो क्षेत्र का विकास संभव हो पाएगा। प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का कहना है है कि गहतोड़ी की आगे क्या भूमिका रहेगी इस पर संगठन विचार कर रहा।
उनका कहना है कि राज्य के विकास के लिए विधायक गहतोड़ी ने बड़ा योगदान दिया है। आपको बता दें कि धामी खटीमा विधानसभा सीट से चुनाव हार गए थे। सीएम धामी के लिए करीब एक दर्जन विधायक छोड़ने के लिए तैयार थे। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास, सौरभ बहुगुणा, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, भाजपा संगठन महामंत्री अजेय कुमार आदि मौजूद रहे।
सीएम के खिलाफ किस पर दांव खेलेगी कांग्रेस
सीएम धामी का चम्पावत से चुनाव लड़ना लगभग तय हो गया है। ऐसे में कांग्रेस पर सीएम धामी के खिलाफ दमदार प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारने का भी दबाव होगा। हालांकि उनके पास इस सीट पर कांग्रेस के पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल, पूर्व राज्यसभा सांसद महेंद्र सिंह माहरा, वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री विमला सजवाण जैसे विकल्प मौजूद हैं।
चम्पावत कांग्रेस जिलाध्यक्ष पूरन सिंह कठायत को भी उप चुनाव की स्थिति में पार्टी के चेहरे के रूप में देखा जा रहा है। लेकिन यह कांग्रेस हाईकमान पर निर्भर करता है कि वह किस नेता को सीएम धामी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारता है।