( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान ) नई दिल्ली / देहरादून। मौसम में एक बार फिर तेज़ी से बदलाव देखने को मिल रहा है। उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्रो में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। पंजाब और इससे सटे पाकिस्तान के कुछ हिस्सों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से देश के कई राज्यों में गरज-चमक व तेज हवा के साथ बारिश होने की संभावना है।भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के कुछ स्थानों पर आंधी, बिजली कड़कने और तेज हवा (40-50 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति) चल सकती है।
उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल तथा सिक्किम, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, कोंकण तथा गोवा, तेलंगाना और केरल तथा माहे के कुछ स्थानों पर बिजली कड़कने और तेज हवा (30-40 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से) की संभावना है। स्काईमेट वेदर के मुताबिक पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में मेघ गर्जना, धूल भरी आंधी और बारिश हो सकती है। राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में लू जारी रह सकती है।
स्काईमेट वेदर के मुताबिक उत्तर पूर्व भारत, तटीय कर्नाटक के कुछ हिस्सों और केरल के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। लक्षद्वीप, शेष केरल, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के उत्तरी तट पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, विदर्भ, कोंकण और गोवा, पश्चिमी हिमालय, सिक्किम और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर मध्यम बारिश हो सकती है।
उत्तराखंड में मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में अगले तीन दिन यानी 2 जून तक भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने बारिश की संभावना को देखते हुए पहाड़ी जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में अगले तीन दिनों तक मैदान से लेकर पहाड़ तक झमाझम बारिश के आसार हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक देहरादून, बागेश्वर, नैनीताल और पिथौरागढ़ जैसे जिलों में भारी बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है। वहीं, पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विज्ञानियों का यह भी कहना है कि पहाड़ से लेकर मैदान तक जहां भारी बारिश की उम्मीद है, वहीं मैदानी क्षेत्रों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चलेंगी। पहाड़ों के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ भी गिर सकती है।